Dr Aastha Pathak
02 Dec

भारत में ADHD (अटेंशन-डेफिसिट/हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर) और मानसिक स्वास्थ्य पर जागरूकता 2024 में तेजी से बढ़ी है, जिसके कारण इस दिशा में कई सकारात्मक बदलाव देखे जा रहे हैं। यह बदलाव शिक्षा, स्वास्थ्य, और कॉर्पोरेट क्षेत्रों में खास तौर पर नजर आ रहे हैं। इन क्षेत्रों में मानसिक स्वास्थ्य और ADHD के प्रति नई समझ और कदम उठाए जा रहे हैं, जो इस विकार से पीड़ित लोगों के लिए सहायक साबित हो रहे हैं।


ADHD का उपचार और जागरूकता

ADHD को बच्चों और वयस्कों दोनों में देखा जा सकता है। इसके प्रमुख लक्षणों में ध्यान केंद्रित न कर पाना, अति सक्रियता, और आवेगपूर्ण व्यवहार शामिल हैं। भारत में, जहां पहले इस विकार को लेकर अधिक समझ नहीं थी, अब स्कूलों और समुदायों में इसके इलाज के बारे में चर्चा बढ़ी है। सरकारी पहल और सामाजिक जागरूकता के साथ, ADHD की पहचान और उपचार की दिशा में महत्वपूर्ण बदलाव हुए हैं।

डिजिटल प्लेटफार्म का बढ़ता प्रभाव

ADHD के उपचार में डिजिटल प्लेटफार्म जैसे MyFitBrain और YourDost का योगदान बढ़ा है। ये प्लेटफार्म मानसिक स्वास्थ्य परामर्श और मार्गदर्शन प्रदान करते हैं, जिससे माता-पिता और बच्चों को मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं को बेहतर तरीके से समझने और सुलझाने में मदद मिलती है। इसके अलावा, टेली-थेरपी के माध्यम से छोटे शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों में भी मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों की सेवाएं उपलब्ध हो रही हैं, जो कि एक महत्वपूर्ण कदम है।

मानसिक स्वास्थ्य के लिए सरकारी और कॉर्पोरेट प्रयास

भारत सरकार ने "राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम" जैसी पहलें शुरू की हैं, जो ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में मानसिक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए बनाई गई हैं। इसके अलावा, 2024 के बजट में मानसिक स्वास्थ्य के लिए अधिक वित्तीय सहायता की घोषणा की गई है। इसी तरह, कॉर्पोरेट क्षेत्र में भी कंपनियां अब अपने कर्मचारियों के लिए मानसिक स्वास्थ्य परामर्श और तनाव प्रबंधन कार्यक्रम चला रही हैं।

होम्योपैथी का योगदान

होम्योपैथी, जो कि एक प्राकृतिक और समग्र उपचार पद्धति है, ADHD और मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के इलाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।

 डॉ. आस्था पाठक, जो होम्योपैथी के क्षेत्र में विशेषज्ञ हैं, ADHD और मानसिक स्वास्थ्य विकारों के इलाज में होम्योपैथिक उपचार की प्रभावकारिता को बढ़ा रही हैं। उनके दृष्टिकोण में, होम्योपैथी न केवल लक्षणों को नियंत्रित करने में मदद करती है, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को समग्र रूप से बेहतर बनाने का कार्य करती है।

भारत में ADHD और मानसिक स्वास्थ्य को लेकर जागरूकता में काफी वृद्धि हो रही है। यह बदलाव शिक्षा, स्वास्थ्य, और कॉर्पोरेट क्षेत्रों में महत्वपूर्ण पहल के रूप में दिख रहा है। 

साथ ही, होम्योपैथी जैसी उपचार पद्धतियां भी मानसिक स्वास्थ्य के प्रबंधन में सहायक सिद्ध हो रही हैं। 

इन सबका उद्देश्य ADHD और मानसिक विकारों से प्रभावित लोगों के जीवन को बेहतर बनाना है।

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