Dr Aastha Pathak
22 Jan
22Jan


आजकल की भाग-दौड़ भरी जिंदगी में हम अक्सर उन चीजों की ओर ध्यान नहीं देते जिनके लिए हमें आभारी होना चाहिए। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आभार सिर्फ हमारी मानसिक स्थिति को ही नहीं, बल्कि हमारे शारीरिक स्वास्थ्य और जीवनकाल को भी बेहतर बना सकता है? हाल ही में किए गए शोध यह साबित करते हैं कि आभार का अभ्यास न केवल हमारी खुशी और शांति को बढ़ाता है, बल्कि यह हमारी उम्र भी बढ़ा सकता है।

आभार और स्वास्थ्य: एक गहरा संबंध

आधुनिक विज्ञान ने साबित किया है कि आभार का हमारी शारीरिक और मानसिक सेहत पर गहरा असर पड़ता है। हार्वर्ड विश्वविद्यालय के शोधकर्ता टायलर वेंडरवील के अनुसार, "आभार से न केवल मानसिक सुख मिलता है, बल्कि यह शारीरिक स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाता है।" आभार का अभ्यास करने से नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है, मानसिक तनाव कम होता है, और हृदय रोगों का जोखिम घटता है।

आभार का जीवनकाल पर प्रभाव

हाल ही में प्रकाशित एक शोध में यह पाया गया कि जिन महिलाओं के जीवन में आभार की भावना अधिक थी, उनकी मृत्यु दर 9% कम थी। यह अध्ययन Nurses' Health Study के डेटा पर आधारित था, जिसमें 49,275 महिलाओं को शामिल किया गया था। इस अध्ययन में यह पाया गया कि आभार का अभ्यास हृदय रोग, कैंसर, और अन्य बीमारियों से मृत्यु के जोखिम को कम करता है, जिससे यह साबित होता है कि आभार जीवनकाल को बढ़ा सकता है।

आभार और मानसिक स्वास्थ्य

आधुनिक शोध यह भी बताते हैं कि आभार मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करता है। जब हम आभार व्यक्त करते हैं, तो हमारा मानसिक तनाव कम होता है, अवसाद का खतरा घटता है और हमें मानसिक शांति मिलती है। यह शारीरिक स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होता है, क्योंकि एक खुशहाल दिमाग, एक स्वस्थ शरीर का कारण बनता है।

आभार के अभ्यास के 6 सरल तरीके

  1. आज के अच्छे अनुभवों पर ध्यान केंद्रित करें: रोज़ उन अच्छे बातों को याद करें, जो आपके दिन को खास बनाती हैं।
  2. किसी की मदद के लिए आभार व्यक्त करें: अपने जीवन में उन लोगों के प्रति आभार व्यक्त करें जिन्होंने आपकी मदद की है।
  3. भूतकाल की सकारात्मक घटनाओं को याद करें: उन यादों को फिर से सोचें जिन्होंने आपको खुश किया।
  4. आभार पत्र लिखें: किसी को धन्यवाद पत्र लिखने से आप अपनी भावनाओं को गहराई से महसूस करेंगे।
  5. आभार की सूची बनाएं: अपने जीवन में आभार व्यक्त करने के लिए एक सूची बनाएं और रोज़ उसे पढ़ें।
  6. माइंडफुलनेस अभ्यास करें: वर्तमान पल में जीते हुए, आभार का अनुभव करें और हर अच्छे पल का आनंद लें।

आभार और स्वास्थ्य में जुड़े विज्ञान

आभार केवल भावनाओं का मामला नहीं है, बल्कि यह शारीरिक स्वास्थ्य पर भी प्रभाव डालता है। कई शोध बताते हैं कि आभार से तनाव हार्मोन में कमी आती है, रक्तचाप नियंत्रित रहता है, और हृदय रोगों का खतरा घटता है। इसके अलावा, आभार हमें अपनी सेहत का ख्याल रखने के लिए प्रेरित करता है, जैसे कि नियमित चिकित्सा जांच, व्यायाम, और सही आहार की आदतें।

होम्योपैथी और आभार का महत्व

यदि आप अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाना चाहते हैं, तो आभार का अभ्यास आपके जीवन को संतुलित और स्वस्थ बना सकता है। होम्योपैथी में भी मानसिक शांति और शारीरिक स्वास्थ्य के बीच एक गहरा संबंध होता है। आभार से उत्पन्न होने वाली मानसिक शांति का असर आपके होम्योपैथिक उपचार के परिणामों पर भी सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।

निष्कर्ष

आभार का अभ्यास एक सरल लेकिन प्रभावी तरीका है अपने जीवन को खुशहाल और लंबा बनाने का। चाहे आप किसी कठिन समय से गुजर रहे हों या सामान्य जीवन जी रहे हों, आभार की भावना को अपनी दिनचर्या में शामिल करना जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकता है। यदि आप चाहते हैं कि आपका स्वास्थ्य बेहतर हो और आप जीवन में खुश रहें, तो आभार के छोटे-छोटे कदम उठाना शुरू करें।डॉ. आस्था पाठक, एक होम्योपैथी डॉक्टर के रूप में, आपको आभार के महत्व को समझने और अपने जीवन में इसे अपनाने के लिए प्रेरित करती हैं। स्वस्थ जीवन के लिए होम्योपैथी और आभार के संयोजन को आजमाएं और अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव लाएं।


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